दौसा: जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से स्वच्छ परियोजना द्वारा संचालित मां बाड़ी केन्द्र झील की ढाणी रामबास में बालकों को स्कूल बैंग,नोट बुक,पैंसिल,शोपनर, रबड़ आदि स्टेशनरी सामग्री का वितरण किया गया ।
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क्यों आवश्यकता पड़ी: मां बाड़ी केंद्र का पूर्ण उपयोग ऐसे क्षेत्र में विशेष किया जाता है, जहां पर प्राथमिक स्कूल बहुत दूरी पर हो। जहां पर छोटे बच्चों को 2 किमी. से ज्यादा का सफर करना पड़ता है। इस परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए मां-बाड़ी केंद्र को खोलने का प्रस्ताव रखा गया था।
शिक्षा व स्वास्थ्य की पहल: कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दौसा प्रधान श्रीमान प्रहलाद नारायण मीणा ने संबोधित करते हुए मां बाड़ी केन्द्र से जुड़कर विभिन्न जनजाति समुदाय की योजनाओं का लाभ उठाने की बात कही तथा मां बाड़ी केन्द्र की सराहना की, कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दौसा के मुख्य समन्वयक बाबूलाल सुसावत ने बताया कि सरकार द्वारा जनजाति समुदाय के बालक बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से आदिवासी क्षेत्रों में मां बाड़ी केन्द्र खोले गए हैं,जिनसे जुड़कर जनजाति वर्ग के बच्चों शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं, मां बाड़ी ग्राम विकास समिति के माध्यम से बालकों को गुणवत्तापूर्ण पोषाहार, ड्रेस, जुते टाई बेल्ट स्टेशनरी आदि सामग्री विभाग उपलब्ध करवायी जा रही है ।
इस अवसर पर प्रधान प्रहलाद मीना, मां बाड़ी योजना दौसा मुख्य समन्वयक बाबूलाल मीना, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि रामजीलाल मीना, मां बाड़ी समिति अध्यक्ष सीमा मीना, उपाध्यक्ष अनोखी देवी, सामाजिक कार्यकर्ता मख्खन डोई,दिलराज मीना काली पहाड़ी, रामअवतार मीना, शिक्षा सहयोगी विक्रम मीना, प्रदीप मीना, अजय शर्मा,रामू लाल, शिवराम, कमलेश, कालूराम, राधेश्याम सहित कई ग्रामीण एवं बच्चे मौजूद रहे ।
By Rajendra Kumar Meena
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